तू चिन्ता मत कर माँ मेरे राम जी आएंगे
तू चिन्ता मत कर माँ,
मेरे राम जी आएंगे,
रावण को हरा करके,
तुमको ले जाएंगे।।
दुनिया के राजा को,
ये जान नही पाया,
हे जगजननी तुमको,
पहचान नही पाया,
यह सोने की लंका
मिट्टी में मिलाएंगे,
रावण को हरा करके,
तुमको ले जाएंगे।।
वो शिव का उपासक है,
वेदों का ज्ञानी है,
पर भटक गया देखो,
कैसा अभिमानी है,
कलयुग में लोग इसे,
हर साल जलाएंगे,
रावण को हरा करके,
तुमको ले जाएंगे।।
पहले भी ये हारा है,
आगे भी ये हारेगा,
प्रभु के हाथों मर के,
कई जनम सुधारेगा,
‘अम्बरीष’ कहे भगतों,
हम धर्म जिताएंगे,
रावण को हरा करके,
तुमको ले जाएंगे।।
तू चिन्ता मत कर माँ,
मेरे राम जी आएंगे,
रावण को हरा करके,
तुमको ले जाएंगे।।