राधा तेरे बिना तेरा श्याम है आधा कृष्णा भजन लिरिक्स
ओ राधा तेरे बिना तेरा श्याम है आधा
ओ कान्हा तेरे बिना आधी तेरी राधा
एक ही दिल एक ही जान तेरा श्याम ही क्यों आधा
ओ कान्हा तेरे बिना
मेरा ये रूप रंग तेरा हुआ
तेरा ये प्रेम रंग मेरा हुआ
धरती है तू मैं अंबार बनूंगा
लहरें बनी तू मैं सागर बनूंगा
मैं तुझमे बसी फिर भी है प्रेम ज़्यादा
ओ राधा तेरे बिना
मेरा ये रोम रोम तुझको पुकारे
नैना ये बार बार रास्ता निहारें
साँसों में तेरी मैं ही चलूँगा
देखेगी दिल में तो मैं ही मिलूँगा
मैं तेरा मान तेरा किशन मेरा स्वर तूने ही साधा
ओ कान्हा तेरे बिना .
राधा के संग संग जीना मुझे
कान्हा के संग संग चलना मुझे
जाएगी कैसे ये बेक़ारारी
मरके भी मैं तो रहूंगी तुम्हारी
पूज़ेनगे हम चाहेंगे हम पंकज का है ये वादा
ओ कान्हा तेरे बिना .
ओ राधा तेरे बिना